मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इगास लोक पर्व पर छुट्टी घोषित की है हालांकि इस पर विपक्ष की राजनीति करने से बाज नहीं आए हरीश रावत ने सरकार पर निशाना साधा कि सरकार ने रविवार की छुट्टी घोषित कर दी हालांकि सरकार ने पलटवार करते हुए सोमवार की छुट्टी घोषित की तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरीश रावत पर ही निशाना साधते हुए कहा कि मैंने ‘इगास’ की छुट्टी की हरदा ने ‘शुक्रवार’ की छुट्टी की उत्तराखण्ड राज्य गठन के बाद पिछले 20 वर्षों में राज्य सरकार द्वारा घोषित किए गए सार्वजनिक अवकाशों में से 3 अवकाश काफी चर्चाओं में रहे। ये अवकाश क्रमशः चेटी चंड, हरेला और इगास (बूढ़ी दिवाली) पर घोषित किए गए।
उत्तराखण्ड की पहली निर्वाचित सरकार (एनडी तिवारी सरकार) ने सिंधियों के सबसे लोकप्रिय त्यौहार ‘चेटी चंड’ पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था। उस वक्त सरकार के इस निर्णय की जमकर आलोचना हुई थी। नाराजगी जताते हुए प्रदेश के आम जनमानस ने इस बहाने उत्तराखण्ड के लोकपर्वों हरेला, इगास आदि पर छुट्टी की मांग तत्कालीन मुख्यमंत्री तिवारी से की थी। इसके बाद पर्यावरण संरक्षण से जुड़े लोकपर्व हरेला पर सार्वजनिक अवकाश का फैसला त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार ने पिछले वर्ष 2020 में लिया था।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का पलट वॉर :
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरीश रावत पर नमाज की छुट्टी देने का फिर से आरोप क्या लगाया हरीश रावत ने सीएम समेत भाजपा के तमाम नेताओं पर निशाना साध दिया हरीश रावत ने फेसबुक पेज पर लिखते हुए कहा कि, भाजपाइयों क्या तुम्हारी पूरी खानदान में झूठ बोलना और झूठ को बार-बार दोहराना परंपरा है? गोएबेल्स की संतान लगते हैं आप, गोएबेल्स कहता था एक झूठ जोर से बोलो, बार-बार बोलो, सब मिलकर बोलो, वो सच्ची बात से ज्यादा वजनदार हो जाती है। आपने भी शुक्रवार की नमाज़ की छुट्टी का एक झूठ बोला और उसको अब देश के प्रधानमंत्री जी, गृहमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री जी तक सब बार-बार दोहरा रहे हैं। मैं फिर चुनौती दे रहा हूंँ कोई भी छुट्टी-छुट्टी बिना सरकारी गजट नोटिफिकेशन के नहीं होती है।