आज पूरा विश्व “World Tiger Day” माना रहा है । हर वर्ष बाघों के संरक्षण के लिए 29 जुलाई को विश्व बाघ दिवस मनाया जाता हैं ।
क्यों मानते है विश्व बाघ दिवस ?
बाघों की घटती संख्या ने विश्व के पर्यावरण व जंगली जानवरों के संरक्षण से जुड़े वैज्ञानिकों को तब चिंता में ला दिया जब विश्व मे बाघों की जनसंख्या तेजी से घटने लगी और 2010 में, सभी जंगली बाघों में से 97% के गायब हो जाने और केवल 3,000 के करीब जीवित बचे रहने की खबर ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था। इसके बाद रूस में सेंट पीटर्सबर्ग टाइगर शिखर सम्मेलन हुआ जिसमें 29 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाने का निर्णय लिया गया ।
भारत को बाघों के देश कहा जाता हैं :
भारत एक ऐसा देश है जहां विश्व में सर्वाधिक बाघ पाए जाते हैं । बाघों को बचाने व उनके संरक्षण में भारतीय वन विभाग व उससे जुड़ी बड़ी सभी संस्थाओं ने बाघों के संरक्षण में एक बड़ी भूमिका निभाई है जिसके चलते आज विश्व का 70 % बाघ भारत मे पाया जाता । इसलिए भारत मे विश्व बाघ दिवस बेड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।
आज विश्व बाघ दिवस पर भारतीय वन्यजीव संस्थान ( WII ) देहरादून द्वारा बाघों की संख्या व उनकी जानकारी से सम्बंधित बार कोड जारी किया है :-
Exciting news! publication on estimating carrying capacity of tigers has been accepted! Can't wait to share findings and contribute to tiger conservation efforts. #tigers @moefcc @ntca @PeerJLife @vrtiwari1 @wildwithwolves @paragnigam09 @bhlab_india @footloose_nil @SPYadavIFS pic.twitter.com/WyyRkmfyjk
— Wildlife Institute of India (@wii_india) July 29, 2023