देहरादून:
उत्तराखंड विधानसभा में पूर्व में हुई नियुक्तियों को लेकर चर्चा में आए काबीना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का जर्मनी का दौरा विवादों में पड़ गया है। मंत्री जी के इस दौरे का सारा खर्च एक निजी कंपनी उठा रही है। उठ रहे प्रश्न यह कयास लगाया जा रहा है, कि इस दौरे में खर्च होने वाली मोटी रकम के एवज में काबीना मंत्री इस कंपनी को भविष्य में क्या देने जा रहे है ?
मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और उनकी पत्नी के साथ ही कुछ चुनिंदा अफसर 10 दिनों के जर्मनी के दौरे पर आज निकल गए है। एक नामी खबर के अनुसार यह पूरा दौरा एक निजी कंपनी जीआईजेड ( GIZ ) ने स्पांसर किया है। सवाल यह उठ रहा है कि इस मोटे खर्च से कंपनी को क्या फायदा होगा। कोई कंपनी बगैर किसी लालच के इतना पैसा तो खर्च करने से रही। चर्चा है कि मंत्री सालिड वेस्ट मैनजमेंट में काम करने वाली इस कंपनी को या हो उपकृत कर चुके हैं या फिर आने वाले समय में ऐसा करेंगे।
वही शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल विदेश यात्रा में जाने से पहले किये गए 74 तबादलों को लेकर भी मंत्री जी चर्चा में आ गए हैं। शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने एक निजी कंपनी के खर्च में स्टडी टूर पर जर्मनी जाने से पहले यह 74 तबादले किए जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यालय से इन तबादलों को अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी गई है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह घामी ने मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के पूर्व की सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए विधानसभा में हुई नियुक्तियों पर जांच चल रही है और अब मंत्री जी एक निजी कंपनी के खर्च पर अपनी धर्म पत्नी समेत कई अधिकारियों के साथ विदेश यात्रा में निकल पड़े है । जिस कारण मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह घामी ने अपनी नाराजगी जताते हुए उनके द्वारा किये गए 74 तबादलों पर रोक लगा दी है ।