अवतार लिट को श्रद्धांजलि : खामोश हो गई एशियाई लोगों की करिशमई आवाज़

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अवतार असल में रेडियो का आशिक था। ब्रिटेन में सबसे पहले एशियन रेडियो सनराइज चलाने वाले अवतार लिट अर्थात डॉक्टर अवतार लिट के विदा होने से एक ऐसी बुलंद शख्सियत हमसे जुदा हो गयी है जिसको अपने दिल से भुलाना बेहद नामुमकिन है ।

असल में अवतार लिट ने  ही वह करिश्मा करके दिखाया जो उसके बाद और उससे पहले कभी किसी ने नहीं किया था । उसने लंदन में पहले एशियन रेडियो सनराइज की स्थापना के वक्त कहा था सबसे ऊपर और सब की आवाज उसने इसको करके दिखा दिया । असल में रेडियो ब्रॉडकास्टिंग की दुनिया में वह एक करिश्माई व्यक्तित्व और ब्रॉडकास्टर बना रहा ।

 1989 में उसने यूके में पहली बार किसी  24 घंटे चलने वाली रेडियो की नींव रखी और फिर पीछे लौट कर नहीं देखा ।

हालांकि उसने जो संघर्ष किया रेडियो के लाइसेंस लेना उस समय इतना आसान नहीं था परंतु उसने यह करके दिखाया था।  यह उसकी एक बड़ी अद्भुत कहानी है और जुनून की कहानी है और एक पेशेवर ब्रॉडकास्टर और रेडियो के कर्ताधर्ता बनने की कहानी है जो बहुत से लोगों को आज भी आकर्षित करती है।  अवतार ने सारी जिंदगी उन पलों की दास्तान को देखा जिसने जिंदगी के दरवाजे उसके लिए खोल दिए थे ।

कैसे, जालंधर के एक साधारण परिवार में से गया हुआ एक लड़का कैसे अपने इस संघर्ष की गाथा को लिखता है अवतार की कहानी कुछ ऐसी ही है। आज जब अमेरिकी और दुनिया की एजेंसियां उसकी एशियाई देशों की दहाड़ अर्थात अमीर लोगों की श्रेणी में उसको ग्रेड देती हैं तो फख्र से सर ऊंचा हो जाता है ।

उसको रेडियो का वर्ल्ड आईकॉन कहकर पुकारा जाता है । एक सपने जैसी उसकी जिंदगी में वह उस दिन को नहीं भूलता जब 2014 में उसको दिवालिया ऐलान कर दिया गया था । यह अवतार के लिए एक मुश्किल घड़ी थी और यह तब हुआ जब उसने अपने रेडियो को एशियाई लोगों के लिए ब्रितानिया से बाहर निकाल दूसरे देशों के ब्रॉडकास्ट करना शुरू किया।

इस समय उसने जियो रेडियो और किस्मत रेडियो  को श्रीलंका नेपाल तक पहुंचा दिया था। यह एक अद्भुत संयोग की कहानी है कि जिला जालंधर में पैदा हुआ इंजीनियरिंग का एक विद्यार्थी, पानी वाले जहाज में बैठकर 1962 में लंदन पहुंचता है और रेडियो की आवाज के साथ दुनिया भर में फैले हुए पंजाबी भाईचारे की एकमात्र आवाज बन जाता है ।

इन देशों से आगे 1979 में जब पहली बार रेडियो का प्रसारण शुरू किया । उस वक्त उससे पंजाबी उर्दू और अंग्रेजी के साथ ऐसे ही भाषाओं का भी लोगों के संवाद करना उसकी तरक्की का एक रास्ता बन गया । आज रेडियो की आवाज में 3:30 लाख से ऊपर तक लोगों की पहुंच में उस पर पकड़ बनाए हुए हैं और पूरी दुनिया में जहां भी एशियन भाईचारा रहता है एशिया के लोग भले ही वह भारतीय हो बांग्लादेशियों पाकिस्तानी हो, यह सनराइज का करिश्मा है कि वह सब की आवाज बन गया है।

इन दिनों रेडियो की पहचान के लिए रेडियो और प्रस्तुतीकरण के लिए उस ने रेडियो ट्रेनिंग का काफी पुख्ता प्रबंध किया ।

आप अंदाजा लगा सकते हो कि एक छोटी सी जगह से शुरू होकर सनराइज कि आज अपनी 5 मंजिल की स्टूडियो लंदन के दिल में है और जिस घर में वह रहता है पोस्टरले वाले घर की कीमत ही 3 मिलीयन पाउंड से ज्यादा थी ।

अब जब 73 वर्ष की उम्र में वह इस दुनिया से विदा हुआ है तो उसकी किस्मत का सितारा बेहद बुलंदी पर था कि 7 अप्रैल 1950 को सरगंदी जिला जालंधर में पैदा हुआ अवतार लिट 5 खूबसूरत बच्चों का पिता और तीन पुत्री और दो बेटियां हैं । मुझे याद है कि एक बार लंदन की मुलाकात में उसने कहा था मैं किस्मत और कुदरत को बेहद नजदीक से देखता हूं उसने बताया था कि वह चाहता था कि वह राजनीति में आए परंतु सफलता नहीं मिली ।

जनरल इलेक्शन में इलिगं साउथहाल से आजाद एमपी के तौर पर चुनाव लड़ा और तीसरी जगह पर रहा। इसी सीट में बात किए उसके बेटे ने सुरेंद्र सिंह लिट ने अपनी किस्मत आजमाई परंतु वह भी तीसरे नंबर रहा। उसने एक सख्त से सख्त संघर्षपूर्ण पीड़ित लोगों के लिए इकट्ठा पैसा वह समय सर बांट नहीं सका तो उसके रेडियो के लाइसेंस को रद्द करने की कोशिश हुई और उसको दिवालिया घोषित कर दिया गया।

मैं पहली बार उसको लंदन में 1980 में मिला था फिर तो मुलाकातों का सिलसिला और कई बातों में भारत की चर्चा होती रही । भारतीय मीडिया के बारे में उसकी हमेशा  ही तल्खी रही है कि वह बिना रीड की और हर सरकार का पालतू मीडिया बन चुका है । वह पंजाब और पंजाबी मीडिया के बारे में बड़ी तल्ख टिप्पणियों वाली राय रखता था

अपनी सारी मुलाकात और फोन वार्ता में मुझे लगता है कि वह अति उत्साही और हमेशा संघर्ष से लड़ने वाला जो यारों दोस्त था। उसमें एशियन लोगों की आवाज बन कर पूरी दुनिया की सरकार होते, पंजाब और एशियन लोगों की समस्याओं को प्रकट किया। मुझे यह भी याद है कि लंदन एक रात पार्टी में उसने टोनी ब्लेयर से मुलाकात करते समय कहा था कि मैं रेडियो का सदियों पुराना चेहरा बदल सकता हूं और उसने यह करके दिखा दिया ।

अवतार के बारे में मैं कह सकता हूं कि वह यारों का यार और एक दिलदार मित्र और आदमी था वीडियो के साथ था उसकी आवाज के सितारे बन गए हैं ।

उसको 2013 में ब्रिटिश रोल ऑफ ऑनर और उज्जवल पंजाब जैसे सम्मान में मिले। आज अवतार भले ही हम से विदा हो गया है।पर वे  लोगों की रेडियो की आवाज बनकर वह सदा हमारे साथ रहेगा ।

इन दिनों पंजाबी संगीत फिल्मों के लिए उर्दू हिंदी एशियाई दक्षिणी खींचने के लिए श्रीलंका और मारीशस तक उसकी आवाज की गर्माहट थी दोस्ती का आशिक और जिंदगी का रसिया अवतार बहुत याद आएगा ।

वह भले उम्र में मुझसे बड़ा था। उस की खनकती हुई आवाज हमेशा कानों में रहेगी। एशियाई लोगों का जन्मदाता भले वह खामोश हो गया है पर उसके लिए लगाया हुआ बूटा सनराइज एशियन रेडियो हमेशा उसकी आवाज को याद करवाएगा ।

गुड मॉर्निंग लंदन

यू आर रेडी सनराइज

अलविदा अवतार लिट


लेखक

प्रो. डॉ .कृष्ण कुमार रत्तू

लेखक सुप्रसिद्ध ब्रॉडकास्टर एवं मीडिया विशेषज्ञ हैं। उन्हें इस लेख पर आप अपनी प्रतिक्रिया 94787 30156 पर दे सकते हैं।

Prof.(Dr.)K K Rattu. IBS – Director Media and Professor Head Department of Journalism and Mass Communication – Jaipur National University | LinkedIn

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