रामनगर:
उत्तराखंड कांग्रेस की विधानसभा चुनाव प्रत्याशियों की दूसरी सूची मे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को पार्टी ने रामनगर विधानसभा सीट से मैदान में उतारने का जहा फैसला लिया है। वही ये फैसला पार्टी की ही नहीं बल्कि हरीश रावत की भी बड़ी मुश्किलें खड़ी कर सकता है। कांग्रेस के इस फैसले से उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत नाराज हैं। उन्होंने कहा कि आज वो इस मामले पर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं, जिससे रामनगर विधानसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
राजनीतिक गलियारों की बात करें तो चर्चा ये भी गर्म है कि सल्ट सीट से रणजीत सिंह रावत अपने बेटे विक्रम सिंह रावत को निर्दलीय चुनाव लड़ा सकते हैं व खुद भी रामनगर विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपनी ताल ठोक सकते है यदि ऐसा होता है तो दोनों ही सीटों पर कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी होंगी और इसका फायदा बीजेपी को मिल सकता है।
उम्मीद की जा रही है कि आज शाम तक रणजीत सिंह रावत कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं,क्योंकि नामांकन की आखिरी तारीख 28 जनवरी है।