नई दिल्ली:
केंद्रीय जांच ब्यूरो ( CBI ) ने पिछले महीने ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना के सिलसिले में शुक्रवार को भारतीय रेलवे के तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया, जिसमें 293 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 1,000 से अधिक लोग घायल हो गए। केंद्रीय जांच एजेंसी दुर्घटना में आपराधिक साजिश की संभावना की जांच कर रही थी।
गिरफ्तार किए गए लोगों – सीनियर सेक्शन इंजीनियर (सिग्नल) अरुण कुमार महंत, सेक्शन इंजीनियर मोहम्मद अमीर खान और तकनीशियन पप्पू कुमार – पर गैर इरादतन हत्या और सबूत नष्ट करने का आरोप लगाया गया है।
सूत्रों का कहना है कि जांच से पता चला है कि इन तीनों की हरकतें दुर्घटना का कारण बनीं, और उन पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया गया है क्योंकि “उन्हें पता था” कि उनके कार्यों के परिणामस्वरूप यह त्रासदी होगी, लेकिन ‘इरादा’ नहीं। अगर उनका इरादा होता तो उन पर हत्या का आरोप लगाया गया होता।
सीआरएस रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने रेलवे सुरक्षा के बुनियादी मुद्दों पर “पूरी तरह से समझौता” किया है। इसमें यह भी कहा गया कि “मानवीय भूल” ने प्रबंधन और राजनीतिक नेतृत्व की विफलता को उजागर किया है।
दक्षिण पूर्व रेलवे की महाप्रबंधक अर्चना जोशी को हाल ही में तीन ट्रेनों की दुर्घटना के लगभग एक महीने बाद उनके पद से हटा दिया गया था, और अनिल कुमार मिश्रा ने यह पद संभाला था।
तीन ट्रेनें – कोलकाता-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी – पिछले दो दशकों में देश की सबसे खराब रेलवे त्रासदियों में से एक में शामिल थीं।
#WATCH | Bhubaneswar: Three Railways officials arrested in connection with the Balasore train accident- Senior Section Engineer Arun Kumar Mohanta, Section Engineer Mohammad Amir Khan and Technician Pappu Kumar have been sent to CBI custody for 5 days. pic.twitter.com/W2FoF0SfBf
— ANI (@ANI) July 7, 2023