BiG BreakinG: चुनाव नतीजे आने तक भाजपा शांत तो वही कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का दिल्ली में डेरा

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उत्तराखंड 2022 का चुनाव प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस के लिए कुरुक्षेत्र की लड़ाई से कम नहीं है।  10 मार्च को चुनाव नतीजे आने के बाद पता चल जाएगा की इस महायुद्ध का असली विजेता कौन होगा।

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अपनी जीत को लेकर लगातार पहले से ही स्वस्थ नजर आ रही है जिसके चलते कांग्रेस के बड़े नेता जिसमें खास तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लगातार मुख्यमंत्री पद को लेकर अपने बयानों में मीडिया के बीच सुर्खियां बटोर थे देखे गए चुनाव नतीजे आने में बस 3 दिन का ही समय बचा है जिसके चलते कांग्रेस के महारथी दिल्ली में डेरा जमाए बैठे हैं  उत्तराखंड कांग्रेस के अंदर खेमे बाजी किसी से छिपी नहीं है पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष व पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के बीच का टकराव अब कांग्रेस हाईकमान कैसे टैकल करता है यह तो चुनाव नतीजों के बाद ही पता चलेगा परंतु दिल्ली में अपनी अपनी दावेदारी को लेकर अभी से दोनों बड़े नेता जमे हुए हैं।

वही प्रदेश भाजपा पिछले कई दिनों से शांत बैठी हुई है, कहीं भी किसी भी तरह से भाजपा के बड़े नेताओं का किसी भी तरह का बयान सामने नहीं आया है।  परंतु घर की लड़ाई भाजपा चुनाव नतीजों के आने के बाद ही निपटायेगी । नई दिल्ली भाजपा सूत्रों के हवाले से ख़बर हैं कि सभी उत्तराखंड के वरिष्ठ भाजपा नेताओं को चुनावी नतीजों पर ध्यान देने को कहा गया है, जिसके चलते अंदर ही अंदर कांग्रेस के कच्चे मोहरों पर भाजपा के नेताओं को नजरें रखने के आदेश हुए हैं। यदि चुनाव नतीजों में कांग्रेस भाजपा से अधिक सीटें लाती है, तो भाजपा यह देखेगी की कांग्रेस के अंदर टूटने वाले कौन से कच्चे मोहरे हैं। जिनको लेकर भाजपा कांग्रेस के मुंह से जीती हुई बाज़ी को हार में बदल सके।

हाल ही में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी इस आशंका को देखते हुए मीडिया से कहा था की भाजपा अन्य दलों के विधायकों को तोड़ने में कुख्यात मानी जाती है जिसका उदाहरण मध्य प्रदेश और 2017 में गोवा राज्य है।

इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता की उत्तराखंड में अगर 10 मार्च को चुनाव नतीजे कांग्रेस के पक्ष में आते हैं । तो भाजपा कांग्रेस के जीते हुए प्रत्याशियों की खरीद-फरोख्त नहीं करेगी इसलिए कांग्रेस ने पहले ही सतर्कता बरतते हुए कमर कस ली है।

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