मध्य प्रदेश/ भोपाल
आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी कैबिनेट बैठक में महूगंज को नया जिला बनाने की घोषणा कर दी गई है। साथ ही कई बड़ी विकासशील सौगातो की भी घोषणा की गई है। आज शुक्रवार को मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी कैबिनेट बैठक ली, जिसमें उन्होंने मध्य प्रदेश के 55वें जिले के रूप में मऊगंज की घोषणा की है। इसके अलावा प्रदेश हित में सीएम राइज स्कूल, सेटेलाइट टाउन सहित कई बड़े निर्णय भी लिए गए हैं।
एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में रीवा के अंतर्गत आने वाले मऊगंज को जिला बनाने की घोषणा कर दी गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद अब मध्य प्रदेश में 55 जिले हो गए हैं.
पूर्व में उज्जैन जिले के नागदा को भी अलग जिला बनाने की घोषणा की गई थी, जिसके बाद मऊगंज को लेकर लगातार आवाज उठ रही थी. चुनावी साल में मध्य प्रदेश में एक और जिला बढ़ गया है. गृहमंत्री ने बताया कि अमरकंटक में नीचे की तरफ सैटलाइट टाउन बनाया जाएगा.
इसके अलावा 27 अगस्त को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रक्षाबंधन के अवसर पर बहनों से सीधे वार्ता करेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि कैबिनेट की बैठक में पंचायत सचिवों के वेतनमान को लेकर की गई घोषणा को मंजूरी दे दी गई है.
इसके लिए सरकार को 178 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार आएगा. शिवराज कैबिनेट की बैठक में पहले से आठवीं तक के बच्चों को स्वस्थ सहायता समूह के माध्यम से गणवेश उपलब्ध कराने का भी फैसला लिया गया है. बैठक में शाजापुर जिले के गुलाना और बालाघाट में अनुविभागीय अधिकारी का पद सर्जन करने का भी निर्णय लिया गया है.
सीएम राइज स्कूल के लिए दिल खोलकर राशि स्वीकृत
गृहमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश में कम राइस स्कूल को लेकर शिवराज सरकार गंभीरता से कदम उठा रही है. एमपी में 275 कम राइज स्कूल बनना है. इसके पहले 37 स्कूलों के लिए डीपीआर को स्वीकृति मिल गई है. इन 37 स्कूलों पर सरकार 1362 करोड़ रुपए खर्च करेगी. इसके अलावा भिंड के सैनिक स्कूल के लिए 100 करोड़ रुपए की मंजूरी दे दी गई है.